अपने हुनर के बूते उसके स्वरोजगार बढ़ावा देने वाली पीएम विश्वकर्मा योजना को कथित तौर पर कई मुखिया द्वारा बाधक उन्तपन्न किए जाने की शिकायतें मिलने लगी है। जिसके कारण इस योजना का लाभ लेने वाले कई आवेदकों के आवेदनों को स्वीकृती नहीं मिल पा रही है। इस योजना में अपना आवेदन करने वालों में धर्मेंन्द्र पंडित, दिलीप कुमार, क्रांति कुमारी, बबीता कुमारी, रेशमी कुमारी सहित कई लोगों ने बताया कि ऑन लाईन आवेदन करने के उपरान्त अभीतक उसके आवेदन स्वीकृत किए जाने का मैजेस नहीं मिल पा रहा है। इसके बारे में जब इस योजना से जुड़े जिला संयोजक से बात किया गया तो उन्होनें बताया कि मुखिया द्वारा सत्यापित नहीं किए जाने से आवेदन स्वीकृत नहीं हो पा रहा है। इधर इस योजना के लिए मंत्रालय द्वारा मनोनित जिला संयोजक पवन कुमार ने बताया कि अभीतक जिले में चार हजार आवेदन आॅन लाईन किए गए हैं। जिसमें मात्र एक हजार आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। उन्होनें बताया कि शहरी क्षेत्र में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा सत्यापन कार्य तेज गति से किया जा रहा है। लेकिन पंचायत स्तर पर कई मुखिया द्वारा लेट लतीफी किए जाने के कारण योजना की गति धीमी पड़ रही है। जिले में इस वित्तीय वर्ष में दो हजार लाभुकों को इस योजना का लाभ दिया जाना है। बताया गया है कि इस योजना में राज मिस्त्री, बढ़ई, लोहार, सोनार, मूर्तिकार, शिलाई कढ़ाई करने सहित कुल 18 प्रकार के हुनदमंदो को शामिल किया गया है।
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