गुरूवार को बरबीघा के तेउस पंचायत में जाकर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के संचालन के बारे में डीडीसी द्वारा स्थलीय प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने सबसे पहले मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत दिये गये लाभुकों के द्वारा बनाए गए घरों को जांच किये। जांच के दौरान लाभुकों को आवास निर्माण हेतु दिए गए पैसे की किस्तों की जानकारी ली तथा उन्हे शीघ्र ही आवास पूर्ण कर लेने के लिए प्रेरित भी किया। साथ में घर के अंदर ही शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करते हुए कहा गया कि स्वच्छता आज भारत के लोगों की प्राथमिकता बन गई है, जिसकी शुरुआत घर से ही होनी चाहिए। उन्होंने गीले एवम सूखे कचरे के निष्पादन के लिए बनाए गए वेस्ट प्रोसेसिंग केंद्र का भी जायजा लिया। वहां उन्होंने कचरे के उचित निष्पादन प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए बनाए गए खाद को व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए बेचने की सलाह दी। साथ ही वेस्ट प्रोसेसिंग केंद्र में व्यवस्था को और भी बेहतर करने का आदेश स्वच्छता समन्वयक बरबीघा को दिया। जांच के क्रम में उनके द्वारा मनरेगा संचालित योजनाएं की भी जांच की, जहां उन्होंने अलंग का निर्माण आदि के कार्यों की प्रगति देखते हुए उसकी गुणवत्ता को भी जांचा।
बरबीघा रेफरल अस्पताल में मिल रही सुविधाओं को सराहा
इस दौरान उन्होंने बरबीघा रेफरल अस्पताल का औचक निरीक्षण भी किया। वहां उन्होंने मरीजों को उपलब्ध कराई गई सुविधाओं को भी देखा तथा सुविधाओं की तारीफ की। बरबीघा रेफरल अस्पताल में जिला पदाधिकारी के निर्देश पर बनाए जाने वाले जीविका दीदी की कैफेटेरिया के लिए जगह के लिए चयन के लिए विकल्प को भी तलाश गया। उन्होंने कहा की जल्द ही अब बरबीघा के लोग भी जीविका दीदी की रसोई का आनंद ले सकेंगे। उन्होंने पंचायत में मंदिर के सामने तालाब को देखकर वहा वृक्षारोपण करने, शेड का निर्माण करने तथा घाट का निर्माण करने का आदेश दिया। उनके द्वारा बताया गया कि ये बन जाने से न की आसपास के लोगो को बेहतर सुविधाएं मिलेगी बल्कि पर्यावरण भी बेहतर होगा। डीडीसी ने जीविका द्वारा संचालित पुस्तकालय को भी देखा, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रहे थें। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप लोग मन से शिक्षा ग्रहण कर सफलता हासिल करें और सफलता की बुलंदियों को छुए ताकि आपके माता-पिता को गर्व की अनुभूति हो।
बरबीघा रेफरल अस्पताल में मिल रही सुविधाओं को सराहा
इस दौरान उन्होंने बरबीघा रेफरल अस्पताल का औचक निरीक्षण भी किया। वहां उन्होंने मरीजों को उपलब्ध कराई गई सुविधाओं को भी देखा तथा सुविधाओं की तारीफ की। बरबीघा रेफरल अस्पताल में जिला पदाधिकारी के निर्देश पर बनाए जाने वाले जीविका दीदी की कैफेटेरिया के लिए जगह के लिए चयन के लिए विकल्प को भी तलाश गया। उन्होंने कहा की जल्द ही अब बरबीघा के लोग भी जीविका दीदी की रसोई का आनंद ले सकेंगे। उन्होंने पंचायत में मंदिर के सामने तालाब को देखकर वहा वृक्षारोपण करने, शेड का निर्माण करने तथा घाट का निर्माण करने का आदेश दिया। उनके द्वारा बताया गया कि ये बन जाने से न की आसपास के लोगो को बेहतर सुविधाएं मिलेगी बल्कि पर्यावरण भी बेहतर होगा। डीडीसी ने जीविका द्वारा संचालित पुस्तकालय को भी देखा, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रहे थें। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप लोग मन से शिक्षा ग्रहण कर सफलता हासिल करें और सफलता की बुलंदियों को छुए ताकि आपके माता-पिता को गर्व की अनुभूति हो।
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