बिहार में NDA सरकार बनने के 6 दिन बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। सीएम नीतीश पहले की तरह ही गृह विभाग संभालेंगे। तेजस्वी यादव के विभागों को दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के बीच बांटा गया है। बंटवारे में सबसे ज्यादा बीजेपी को 23, जदयू को 19, हम को 2 और निर्दलीय को एक विभाग मिला है। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त विभाग और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को पथ निर्माण और कृषि विभाग की जिम्मेदारी मिली है। वहीं, मंत्री विजय चौधरी को जल संसाधन संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मिला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन, गृह विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन एवं ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हैं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के पास वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन, विधि विभाग की जिम्मेदारी रहेगी। विजय कुमार सिन्हा के जिम्मे कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खनन एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेदारी रहेगी। विजय कुमार चौधरी को जल संसाधन विभाग, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। विजेंद्र प्रसाद यादव के पास ऊर्जा, योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं प्रबंधन, निबंधन, ग्रामीण कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग रहेगा। डॉ. प्रेम कुमार के पास सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यटन विभाग रहेगा। श्रवण कुमार के पास ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग रहेगा। संतोष कुमार सुमन के पास सूचना प्रौद्योगिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग रहेगा। सुमित कुमार सिंह के पास विज्ञान प्रौद्योगिकी की एवं तकनीकी शिक्षा विभाग रहेगा।
नीतीश कुमार ने अपने विभाग में नहीं किया कोई बदलाव
सीएम नीतीश कुमार ने अपने विभाग में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया है। पिछले 20 सालों से गृह, निगरानी, निर्वाचन, मंत्रिमंडल निर्वाचन और सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखते आ रहे हैं। इस बार भी ये सभी विभाग उन्हीं के पास हैं। जेडीयू ने उन सभी विभाग को अपने पास रखा है जो 2020 में एनडीए सरकार के गठन के दौरान उनके पास थे। ठीक यही फॉर्मूला भाजपा के लिए भी अपनाया गया है।भाजपा को सभी विभाग वापस लौटा दिए गए हैं जो उनके पास 2020 के दौरान थे। हालांकि इसमें एक बदलाव ये है कि महागठबंधन सरकार के दौरान वित्त विभाग जेडीयू ने अपने पास रखा था। अब एनडीए सरकार में वापस इसे भाजपा को लौटा दिया गया है। महागठबंधन सरकार में पावर वाले सभी विभाग भले जदयू के पास थे, लेकिन पैसा राजद के पास था। अब पैसा और पावर दोनों नीतीश कुमार ने अपने पास रखा है।
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