बुधवार को जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में भूमि विवाद को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिलान्तर्गत भूमि विवाद के कारण विधि-व्यवस्था की समस्या होती है। साथ ही साथ कई आपराधिक घटनाओं के मूल में भी भूमि विवाद ही होता है। इसलिए भूमि विवाद का मामला का निराकरण करना अति आवश्यक है। वहीं, बैठक में मौजूद रहे सीओ ने बताया कि भूमि विवाद से संबंधित अरियरी तथा बरबीघा प्रखंड में लंबित मामलों का निष्पादन कर लिया गया है। चेवाड़ा प्रखंड में भूमि विवाद से संबंधित 91 मामलों का निष्पादन कर लिया गया है तथा शेष 03 प्रक्रियाधीन है। घाटकुसुम्भा प्रखंड में 02 तथा शेखोपुरसराय 01 एवं शेखपुरा प्रखंड में 05 भूमि विवाद की समस्या को निराकरण करने हेतु निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक शनिवार को मुख्य रूप से संबंधित अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्षों को अपने स्तर से भूमि विवाद का निराकरण कर संबंधित एप पर अपलोड का कार्य भी करेंगे। आपसी समझ से समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर अग्रेतर कार्रवाई के लिए संबंधित पदाधिकारियों को प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया गया।