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आगामी सरस्वती पूजा पर्व को लेकर जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में जिला पदाधिकारी जे.प्रियदर्शनी एवं पुलिस अधीक्षक बलिराम चौधरी के द्वारा संयुक्त रूप से पदाधिकारियों एवं थाना अध्यक्ष के साथ समीक्षा बैठक की गई। जिला पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा संयुक्त संबोधन में सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र में सूचना संग्रह करने एवं असामाजिक तत्वों द्वारा अफवाह/उपद्रव फैलाने के अतिरिक्त सम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। कहा, जिले में बिना सक्षम प्राधिकार के अनुमति के कोचिंग संस्थान, विद्यालयों या अन्य जगह प्रतिमा-पंडाल स्थापित नहीं किया जाना है, इसके अनुपालन की जिम्मेदारी अनुमंडल पदाधिकारी सतीश रंजन एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविन्द कुमार सिन्हा को दी गई है।
20-20 कार्यकर्ताओं का आधार कार्ड, रूट चार्ट थाना में कराना होगा जमा
विसर्जन के समय संवेदनशील स्थलों की पहचान कर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। अवैध रूप से चंदा वसूली पर भी तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिया गया है। सभी पूजा समितियों के संयोजक/आयोजकों को कम से कम 20-20 कार्यकर्ताओं का आधार कार्ड एवं पूर्व के रूट चार्ट के साथ अपने-अपने क्षेत्र के थाना में जमा करने का निर्देश दिया गया है तथा ये भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि किसी तरह के कोई भी भड़काऊ नारा उनके समूह द्वारा नहीं लगाया जाए। जुलूसों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही डीजे एवं अश्लील संगीत बजाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है, इसका उल्लंघन करने वालों के ऊपर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश भी उनके द्वारा दिया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों आदि स्थानों पर भी विधि-व्यवस्था संधारण हेतु निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
विसर्जन स्थलों पर पर गोताखोरों की रहेगी प्रतिनियुक्ति
जिला पदाधिकारी जे.प्रियदर्शनी एवं पुलिस अधीक्षक बलिराम चौधरी द्वारा पर्व से पूर्व थानाध्यक्ष, अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सम्मिलित रूप से थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक कर लेने एवं क्षेत्र भ्रमण का निर्देश दिया गया है। बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता को रूट चार्ट में पड़ने वाले सभी स्थलों पर ढीले एवं जर्जर तारो को बदलने का निर्देश भी दिया गया है। इसके अतिरिक्त सभी विसर्जन स्थलों पर पानी की गहराई को देखते हुए प्रशिक्षित गोताखोरों को प्रतिनियुक्त करने का आदेश भी निर्गत किया गया है। साथ ही विसर्जन स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में रोशनी की व्यवस्था की जिम्मेवारी भी दी गई है। विधि व्यवस्था संधारण में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम होती है। इस हेतु जिला प्रशासन द्वारा उनसे भी सहयोग की अपील की गई है। उक्त बैठक में अपर समाहर्ता, भू-अर्जन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, सभी वरीय उप समाहर्ता, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी के साथ-साथ अन्य सभी थानाध्यक्ष आदि उपस्थित थें।
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