सचिव, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देश के आलोक में शनिवार को राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय परिसर में भूकंप सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। ज्ञातव्य हो कि विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष 15-21 जनवरी तक भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाये जाने का निर्णय संसुचित है। आज आयोजित व्याख्यान का मुख्य विषय “बिहार की भूकंप संवेदनशीलता-पूर्व तैयारी एवं न्यूनीकरण “था। वरीय उप समाहर्ता-सह जिला आपदा प्रबंधन शाखा प्रभारी सौरभ कुमार भारती, वरीय उप समाहर्ता धर्मराज एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। उनके द्वारा बिहार में संभावित भूकंप के खतरे की चर्चा करते हुए भूकंप से सुरक्षा की तकनीक के बारे में छात्र को जानकारी दी गई। आज के समय में न केवल आपदा के बाद राहत एवं पुनर्वास का कार्य जरूरी है बल्कि उससे भी ज्यादा आपदा के समय कैसे खुद को सुरक्षित रखे एवं इसे भी एक कदम पहले आम जन के क्षमतावर्धन के साथ ही जागरूकता उतना ही जरूरी है ताकि आपदा से संभावित खतरे को कम किया जा सके। भूकंप से बचाव के लिए भूकंप से पहले और भूकंप के समय पर हमें क्या करना चाहिए, इसके सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी प्रदान की। उन्होने लोगों से अपने घर को भुकंपरोधी बनाने, भारी एवं शीशे का सामान निचले तल पर रखने, अपने आस-पास सुरक्षित स्थान पहचान कर लेने, बाहर जाने वाले रास्ते को बाधामुक्त रखने, हड़बड़ाकर नही भागने, मजबूत टेबल या पलंग के नीचे छिप जाने, कमरे के अदंरूनी कोने के पास रहने, यदि गाड़ी पर है तो सड़क के किनारे रूक जाने आदि संबंधी सुझाव दिया गया। साथ ही इनके द्वारा “झुको, ढको और पकड़ो “तकनीक पर विशेष चर्चा करते बताया गया कि अगर भुकंप आती है तो सबसे पहले किसी मजबूत टेबल या पलंग के नीचे छिपकर सिर को ढक ले और उस टेबल या पलंग को मजबूती से़ हाथो से पकड़ कर रूके रहे। वरीय उपसमाहर्ता धर्मराज द्वारा भूकंप के खतरे को कम करने में एक अभियंता की क्या भूमिका हो सकती है उस पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। उक्त कार्यक्रम मे राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय शेखपुरा के अन्य अध्यापक गण के साथ बड़ी संख्या में छात्र/छात्राएँ आदि उपस्थित थे।
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