जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में जिले में भयंकर गर्मी एवं लू के साथ-साथ संभावित पेयजल की समस्या के निराकरण के उपायों को लेकर सभी संबंधित विभागों यथा- जिला आपदा प्रबंधन शाखा, स्वास्थ्य विभाग, पीएचईडी, विधुत विभाग, आईसीडीएस, नगर परिषद आदि विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। सर्वप्रथम सभी संबंधित पदाधिकारियों से विगत बैठक में दिए गए निर्देशों के आलोक में उनके द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। बैठक में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि 10 टैंकरों के माध्यम से जिले वैसे स्थलों पर वैकल्पिक रूप से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, जहां स्थायी साधनों के द्वारा आपूर्ति किसी कारण बाधित है। उन्होने बताया कि जिले के 31 आंगनबाड़ी केन्द्रों जहां पेयजल आपूर्ति तकनीकी कारणों से बाधित थी,उनका समाधान कर पेयजल आपूर्ति आरंभ कर दी गई है। नगर परिषद शेखपुरा के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पथरैटा एवं तरछा मोहल्ले में टैंकर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। पथरैटा में पेयजल की समस्या के स्थायी समाधान के लिए भी कार्रवाई की जा रही है।
अपर समाहर्ता ने कार्यपालक पदाधिकारी को सभी सार्वजनिक स्थलों पर खास के जहां लोगों का अधिक आवागमन है, वैसे जगह पर निर्वाध रूप से प्याऊ के माध्यम से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित का निर्देश दिया। उन्होंने नगर क्षेत्र के महादेव नगर, तरछा, गिरिहिन्डा आदि सहित अन्य मोहल्ले में भी पेयजल की उपलब्धता पर नजर रखने को कहा। किसी भी जगह से पेयजल आदि की समस्या की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए वहा पेयजल उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही उन्होंने नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को अपने-अपने स्तर से भीषण गर्मी, लू के कारण उत्पन्न आपदा की स्थिति से बचाव के लिए उपायों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु प्रचार-प्रसार कराने का निर्देश दिया। उन्होंने मानवीय संवेदना के तहत जीव-जंतुओं, पशु-पक्षियों आदि के लिए पानी वाले स्रोतों के निकट गड्डे बनाकर पानी की व्यवस्था करने को भी कहा।
अपर समाहर्ता द्वारा सदर अस्पताल एवं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सभी आवश्यक दवाओं एवं चिकित्सकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। साथ ही उन्होंने प्रत्येक दिन जिले सभी सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों की रोस्टर वार ड्यूटी से जिला पदाधिकारी को अवगत कराने का निर्देश दिया। प्रतिकूल मौसम से निपटने के लिए चलंत चिकित्सा दल को सभी तरह की व्यवस्था के साथ तैयार रखने का निर्देश दिया ताकि आवश्यकता के अनुसार प्रभावित लोगों को त्वरित मदद पहुँचाई जा सकें। उन्होंने विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को जर्जर तारों की मरम्मति सुनिश्चित कराने के साथ-साथ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निर्वाध रूप से विद्युत व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया। इस अवसर पर वरीय उप समाहर्ता-सह-प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, प्रभारी पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरबीघा, डीपीएम स्वास्थ्य सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, नगर कार्यपालक पदाधिकारी बरबीघा और शेखपुरा, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चेवाड़ा, के साथ-साथ अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी गण आदि उपस्थित थें।