स्वास्थ्य विभाग की हर बैठकों में अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर अंकुश चर्चा होती है, लेकिन करवाई शून्य होती है। जिले में धड़ल्ले से सैकड़ों की संख्या में अवैध अस्पताल व जांच केंद्र संचालित हो रहे हैं। इस बात का खुलासा स्वास्थ्य महकमा को भी है, लेकिन इस दिशा में करवाई शून्य है। बहरहाल, मंगलवार को जिले में संचालित अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर अंकुश लगाने एवं इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाने को लेकर विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में “बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ” तथा घटते लिंगानुपात विषय पर शैक्षणिक संस्थानों में परिचर्चा आयोजन कर लोगों को भ्रुण हत्या निषेध हेतु जागरुक किये जाने पर चर्चा की गई। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि जिले में लिंगानुपात का घटना सोचनीय विषय है। केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा लिंगानुपात में वृद्धि के लिए हरसंभव उपाय किये जा रह हैं। हमारी जवाबदेही है कि हमलोग अपने स्तर से लिंगानुपात में अपेक्षित वृद्धि के लिए सार्थक प्रयास करें। इसके लिए जहाँ आमलोगों को लिंगभेद भ्रुण हत्या निषेध के प्रति जागरुक करें।
वही दूसरी तरफ प्रशासनिक स्तर पर भी जिलों में अवैध तथा अनिबंधित अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करें जिससे भ्रुण हत्या पर लगाम लगाया जा सके। इसके लिए उन्होने धावा दल को सुदृढ़ करते हुए नियमित अनुश्रवण कराये जाने, विभिन्न सहयोगी संगठनों यथा- शिक्षा विभाग आई॰सी॰डी॰एस॰ आदि के साथ समन्वय स्थापित कर लिंगभेद पर अंकुश लगाने एवं लिंगानुपात बढ़ाये जाने प्रति जागरुकता फैलायें। जागरूकता फैलाने हेतु होर्डिंग, सूचना पट इत्यादि पर बैनर लगाने के अलावा माइक से भी प्रचार प्रसार करने का निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त ही विद्यालयों में खास कर उच्च विद्यालय में भ्रूण हत्या के प्रति विशेष जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है । साथ ही वन स्टॉप सेंटर एवं जिला के सभी महाविद्यालयों को भी प्राथमिकता में रखकर जागरूकता अभियान को कराने का निर्णय लिया गया है
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