आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां प्रदूषण, अनहेल्दी खान-पान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और स्ट्रेसफुल लाइफस्टाइल ने सेहत को गंभीर खतरे में डाल दिया है। खासकर युवाओं में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर जैसी समस्याएं आज लाखों लोगों की जिंदगियां छीन रही हैं। इन बीमारियों को लेकर लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इसकी जानकारी देते हुए गैर संचारी रोग पदाधिकारी/डॉ.नौशाद आलम ने बताया कि विश्व हृदय दिवस का मुख्य उद्देश्य हृदय रोगों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, यह दिन लोगों को हृदय स्वास्थ्य को लेकर शिक्षित करने का एक अवसर है। हृदय रोगों की रोकथाम और प्रबंधन के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, यह एक वैश्विक पहल है, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया जाता है। इसके माध्यम से हम स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित होते हैं। उक्त मौके पर अपर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अशोक कुमार सिंह ने बताया कि हृदय स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम करना आवश्यक है, संतुलित आहार, जिसमें फल, सब्जियां और पूरे अनाज शामिल हों, बहुत महत्वपूर्ण है, तनाव प्रबंधन के लिए योग और ध्यान जैसे उपाय अपनाने चाहिए, नियमित स्वास्थ्य जांच से किसी भी समस्या का समय पर पता लगाया जा सकता है, स्वस्थ आदतों को अपनाकर हम अपने हृदय को सुरक्षित रख सकते हैं। इसकी जानकारी देते हुए एफएलसी प्रभाष पांडेय ने बताया कि उक्त मौके पर जिला अंतर्गत सभी स्वास्थ्य संस्थान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पखवाड़ा के दौरान डायबिटीज व हाइपरटेंशन की स्क्रीनिंग की जाएगी।