भ्रष्टाचार पर नियंत्रण को लेकर सशक्त एवं प्रभावी कार्रवाई किये जाने हेतु अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में 25.जनवरी 2022 को जिला स्तर पर उड़नदस्ता दल का गठन किया गया था। किंतु उक्त गठित उड़नदस्ता दल के पदाधिकारियों के स्थानान्तरण के फलस्वरूप भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने हेतु जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कोषांग का पुनर्गठन किया गया। इस कोषांग में अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अजय कुमार सिंह, पुलिस उपाध्यक्ष मुख्यालय ज्योति कश्यप, पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विभूति चन्द्र को शामिल किया गया है। उक्त गठित निगरानी कोषांग के उड़नदस्ता दल मुख्य सचिव, बिहार, पटना का द्वारा निर्गत निर्देशों का अनुपालन करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। साथ ही कृत कार्रवाई के संबंध में मासिक प्रतिवेदन विहित प्रपत्र में देंगे। गठित निगरानी कोषांग में हेल्पलाइन ताकि अन्य माध्यम से प्राप्त शिकायतों को दर्ज करने के लिए एक पंजी संधारित की जाएगी, जिसमें शिकायतकर्ता के नाम, पता, सूचना प्राप्त होने की तिथि, समय शिकायत का विषय तथा प्राप्त शिकायत पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा अंकित रहेगा। कोषांग में प्राप्त भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत अद्योहस्ताक्षरी के संज्ञान में देते हुये उस पर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। गौरतलब हो कि हाल के दिनों में जिले के कई अधिकारियों पर भष्ट्राचार के कई गंभीर आरोप पर लगे थे। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को ढ़ी गई थी, लेकिन उक्त मामलों में अधिकारियों किसी भी प्रकार का संज्ञान नही लिया है। ऐसे में भ्रष्टाचार को रोकने हेतु बनाए गए उड़नदस्ता दल कितना सार्थक होगा यह समय ही बताएगा।
खबरें और भी है—https://youtu.be/u5x695n8ABM?si=M__qySU7-QgeZwd8
Post Views: 560