सोमवार को अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अशोक कुमार सिंह के द्वारा हरी झंडी दिखाकर प्रचार रथ को रवाना किया गया। कालाजार खोज अभियान के तहत शेखपुरा जिले के के बरबीघा प्रखंड के पिंजड़ी तथा शेखपुरा प्रखंड के कोसरा तथा गोसाईमढ़ी में आशा द्वारा घर-घर जाकर कालाजार के संभावित मरीज की खोज करेगी तथा संभावित मरीज मिलने पर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जांच के लिए भेजा जायेगा। यदि मरीज धनात्मक पाए जाते है तो उस मरीज को 7100 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिया जाता है और अगर PKDL धनात्मक पाए जाते है तो उसे 5000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिया जाता है एवं आशा को भी 500 रूपये 06 महीने तक फॉलोअप करने के बाद दिया जाता है। मौके पर वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी श्याम सुन्दर कुमार ने बताया कि जिले में 2021 में 5 धनात्मक मरीज़ पाये गये थे। जबकि 2022 में 02 मरीज तथा 2023 से अब तक एक भी धनात्मक मरीज नही मिली है। कालाजार खोज अभियान मरीज मिलने के बाद लगातार 03 साल तक खोज अभियान तथा छिड़काव कराया जाता है। उन्होंने कहा कि 15 दिनों से अधिक बुखार होने पर जांच जरूर कराना चाहिए, स्प्लीन बढ़ा हुआ हो तथा शरीर में चकते जैसा निशान हो तो कालाजार हो सकता है। इस दौरान वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी नेहा कुमार, डॉ.आरती कुमारी आदि की उपस्थिति रही।
Post Views: 489