SHEIKHPURA- बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन टीम ने जिले के अस्पतालों का लिया जायजा, दिए कई निर्देश 

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मंगलवार को भारत सरकार द्वारा परिवार नियोजन के तहत चयनित सब-क्यूटेनियस इंजेटेबल गर्भ निरोधक (एम॰पी॰ए॰-एस॰सी) जिला शेखपुरा में चयनित रेफरल अस्पताल बरबीघा, एचडबल्यूसी सामस, एचडबल्यूसी सर्वा एवं जिला अस्पताल शेखपुरा मे चल रहे कार्यो का अमेरिका एवं दिल्ली से आए बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन के टीम के द्वारा मूल्यांकन किया गया। टीम में मिलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन के क्रिस्टीना, सलविया, हारिश,अनांठा, अमिया,अमित, डॉ.विकाश यादव, डॉ.आकाश मल्लिक एवं पटना बिहार पीएसआई इंडिया के जेनरल मैनेजर मनीष सक्सेना, मेराज अंसारी, झारखंड के जनरल मैनेजर नीलेश कुमार, रूबी गुप्ता, रूबी शेखपुरा, जिला प्रबंधक मनीष भारद्वाज, एफपीसी प्रेम रंजन, पंकज कुमार सिन्हा आदि शामिल रहे। सर्वप्रथम टीम द्वारा रेफरल अस्पताल बरबीघा का भ्रमण किया गया। जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.फैजल अरशद, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक त्रिलोकी नाथ पांडेय, मास्टर ट्रेनर डॉ.नूर फातिमा द्वारा चल रहे सबक्यूटेनियस इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक (एम॰पी॰ए॰-एस॰सी) के बारे मे विस्तृत रूप मे बताया गया। टीम ने एम॰पी॰ए॰-एस॰सी की मास्टर ट्रेनर डॉ.नूर फातिमा से भी मुलाक़ात की एवं सब-क्यूटेनियस इंजेटेबल गर्भ निरोधक को ले कर लाभार्थी एवं आशा की क्या सोच है इसके बारे मे विस्तृत चर्चा दी गई। इसके बाद टीम द्वारा पारिवार नियोजन के तहत चल रहे कार्यो के विषय मे बताया गया, यहाँ टीम द्वारा 3 लाभार्थी एवं 3 आशा के साथ बैठ कर चल रहे सब-क्यूटेनियस इंजेटेबल गर्भ निरोधक के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गई। 
एस॰एन॰सी॰यू॰ एवं परिवार नियोजन परामर्श कक्ष का लिया जायजा 
जिसके बाद जिला अस्पताल शेखपुरा में टीम द्वारा भ्रमण किया गया। जहां अस्पताल प्रबंधक  द्वारा टीम को एस॰एन॰सी॰यू॰ एवं परिवार नियोजन परामर्श कक्ष का भ्रमण कराया गया एवं भारत सरकार द्वारा चयनित जिले में चल रहे सबक्यूटेनियस इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक के बारे मे यहाँ की स्टाफ नर्स एवं परिवार नियोजन सलाहकार से, कैसे लाभार्थी को सलाह देते है एवं रजिस्टर मे कैसे संधारित करते है, टीम द्वारा ये भी देखा गया। सिविल सर्जन डॉ.संजय  कुमार ने कहा कि इस नए साधन के लिए भारत सरकार द्वारा हमारे जिला को चुना गया है और अंतरा का जो नया साधन सबक्यूटेनियस इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक के लिए पायलट के रूप में हमारे जिला को चुना गया है। हम शत प्रतिशत  इस को सफलतापूर्वक करे ताकि जो जिला को राज्य स्तर से जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें पी॰एस॰आई॰ इंडिया की तकनीकी सहयोग मिल रहा है। 
अब तक 1821 महिलाओं को दिया जा चुका है डोज 
सिविल सर्जन ने बताया कि 7 नवंबर 2023 को जिला अस्पताल सभागार में स्वस्थ्य विभाग और पी॰एस॰आई॰ इंडिया के सहयोग से चिन्हित रेफरल अस्पताल बरबीघा, सामस, मालदा, सर्वा जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर, सीएचओ प्रखण्ड स्वस्थ्य प्रबन्धक, प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक, स्टाफ नर्स को परिवार नियोजन के नए साधन सब-क्यूटेनियस इंजेटेबल गर्भ निरोधक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसके बाद हमारे जिले मे इसकी शुरुआत की गई। अभी तक हमारे जिले मे पहला डोज 964 एवं दूसरा डोज़ 504 तीसरा डोज़ 250 एवं चौथा डोज 103 कुल 1821 डोज दिया जा चुका है। सभी फायदे सामान्य है और प्रभाव भी सामान्य है, दवाई की मात्रा में कमी की गई है। पहले 150 मिलीग्राम में जो दवाई आती थी अभी 104 मिली ग्राम में प्री लोडेड होगी जिस से लाने ले जाने में आसान होगा और देना भी आसान होगा।
पाँच संस्थानों में दी जा रही थी सबक्यूटेनियस इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक की सुविधा 
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अशोक कुमार सिंह -परिवार में परिवार नियोजन पर, “बात कर जागरूकता करना जरूरी है ताकि महिलाए अपने अधिकार को जाने और साधन के लिए आगे आए” अभी तक जो पाँच संस्थान मे इसकी सुविधा दी जा रही थी सरकार से आग्रह किया गया है की इसे ओर भी संस्थान मे बढ़ाया जाय। सबक्यूटेनियस इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक शारीरिक दुष्प्रभाव क्षमता में कोई असर नहीं है। जिला सामुदायिक उत्प्रेरक शुभम कुमार एवं पी॰एस॰ आई॰ इंडिया के जिला प्रबंधक मनीष भारद्वाज ने ने बताया कि अंतरा का ही नया रूप और सरल साधन सबक्यूटेनियस इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक शरीर पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और अंतरा इंजेक्शन को महिला को मशल में दिया जाता है पर इस को मसल और स्किन के बीच में देना है। और इस में दवाई पहले से लोडेड होता है। देना और लाना ले जाना आसान किया गया है। साथ ही आशा और लाभार्थी का प्रोत्साहन राशि समान रखी गई है। इसे कोई भी महिला जो बच्चों में अंतर रखना चाहती है, अपना सकती है ।

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