पहाड़ उत्खनन के दौरान 40 से 50 फीट तालाब में तब्दील गड्ढे में डूबने से हुई बच्चे की मौत के दूसरे दिन भी शव को गोताखोर के द्वारा बरामद नही कर सका है। गुरुवार को बच्चे की शव की तलाश के एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, जिसके द्वारा भी काफी खोजबीन किया गया, लेकिन असफल रहे। इस घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं, बच्चे की डूबने एवं शव नही बरामद होने की सूचना पर लोजपा के जिलाध्यक्ष इमाम ग़ज़ाली घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मृतक के आश्रितों के आंसू भी पोछे। इस बाबत इमाम ग़ज़ाली ने कहा कि पहाड़ कंपनियों द्वारा धरती का सीना चीरकर पत्थर निकाल लिया है। जिससे जगह-जगह 40 से 50 फ़ीट गड्ढे हो गए है और बारिश की पानी जमा होने के कारण वह तालाब में तब्दील हो गया है। जिससे अक्सर यहां घटनाएं घटित होते रहती है। कायदे से गड्ढे को चारों तरफ से बेरिकेडिंग किया जाना चाहिए था, लेकिन इसको लेकर न तो जिला प्रशासन और न ही पहाड़ कंपनियां दिलचस्पी दिखा रही है।
बुधवार को स्नान के दौरान डूबे थे बच्चे
बुधवार को शेखपुरा नगर क्षेत्र के पथरैटा गांव में घटित घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। पहले दिन कई घंटे के मशक्कत के बावजूद भी देर शाम तक बच्चे का शव प्रशासन खोज नहीं पाया है। इस बाबत 15 वर्षीय निरांशु कुमार के पिता निलेश कुमार ने बताया कि उसके पुत्र घर से खेलने के लिए निकला। शाम 3:00 बजे तक जब नहीं लौटा तो उसके दोस्त से जाकर पूछताछ शुरू किया तो कहा कि गड्डा में स्नान करने के लिए गया है। गड्डा में जाकर जब देखा तो वहां कपड़ा और चप्पल रखा हुआ है और उसका कुछ पता नहीं है। तब से लेकर पुलिस प्रशासन को लगातार सूचना दिया जा रहा है, परंतु शव दूसरे दिन भी बरामद नही हो सका है। इस संबंध में एसडीओ राहुल सिंह ने बताया कि बच्चे का शव खोजने को लेकर बेगूसराय से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है, जिनके द्वरा खोजबीन जारी है। लेकिन देर शाम तक एसडीआरएफ की टीम ने अथक प्रयास के बावजूद बच्चे का शव बरामद नही किया जा सका है।