शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत सभी मुख्य बाजारों व चौक चौराहे पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। जिसके चलते आए दिन लोग सड़क जाम में फंसकर परेशान होते रहते हैं। शेखपुरा जिला में यातायात थाना खुल जाने के बावजूद नगर परिषद क्षेत्र वासियों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पाया है। ई-रिक्शा चालक मनमानी करते हुए मुख्य चौक चौराहे पर अपना वाहन लेकर खड़े रहते हैं। गुरुवार को आयोजित मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन ही पूरा शहर जाम से कराहता रहा। वहीं प्रशासन की नींद उस वक्त खुली ज़ब मैट्रिक परीक्षा का निरीक्षण करने निकले डीएम जे. प्रियदर्शनी एवं एसडीपीओ अरविन्द कुमार का काफ़िला दल्लू चौक पर लगे भीषण सड़क जाम में फंस गया। जिसके बाद साथ आए सुरक्षाकर्मियों को सड़क पर उतरकर अपनी लाठियां लहरानी पड़ी और चौक पर खड़े ई-रिक्शा वालों को खदेड़ा। तब कहीं जाकर दल्लू चौक पर यातायात चालू हो सकी। वही डीएम और एसडीपीओ का काफिला गुजरने के कुछ देर बाद दोबारा सड़क पर वाहनों का लम्बा जाम लग गया। जिससे परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए परीक्षार्थियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों की माने तो सड़क पर ई-रिक्शा, ठेले वाले, फल-सब्जी, चाट, मिठाई, श्रृंगार, चौमिन बेचने वालें दुकानदार कब्जा जमाये बैठे हैं। जिससे आए दिन दल्लू चौक पर जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं भोजडीह रोड में अवैध तरीके से स्टैंड बना दिया गया है। जहां दिन भर सड़कों पर बस, ई-रिक्शा, टेंपो एवं अन्य सवारी गाड़ियाँ ख़डी रहती है। जिससे पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। यहां रोज सड़क जाम लगा रहता है। लेकिन इस समस्या पर ना नगर परिषद और ना जिला प्रशासन कोई कार्रवाई करता है। जिसके चलते स्थानीय लोगों को रोज समस्याओं से जूझना पड़ता है।