शेखपुरा: बैठकों तक सिमट रह जाती है जल जीवन हरियाली योजना, धरातल पर स्थिति नगण्य

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

शेखपुरा जिला में जल जीवन हरियाली योजना का बुरा हाल है। हालांकि इसकी चर्चा बैठकों में होती है, लेकिन धरातल पर इसकी स्थिति विपरीत है। पर अधिकारियों ने फ़र्ज़ी आकड़ें प्रस्तुत खुद की अपनी पीठ जरूर थपथपा रहे है। बैठकों में अधिकारी कहते है कि पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण, आहर पैन का जीर्णोद्धार, वर्षा जल संचयन हेतु सोख्ता का निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा आदि के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। जिससे जिले के भूजलस्तर में काफी सुधार हुए है। बता दें कि वर्तमान में 35 से 40 फ़ीट भूजलस्तर नीचे चला गया है, जिसका परिणाम गर्मी के दिनों में देखने को मिल सकता है। पौधरोपण तो किया गया है, लेकिन संरक्षण के अभाव पौधे सूख गए है।

बहरहाल, जल-जीवन हरियाली दिवस पर मंगलवार को जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन डीडीसी संजय कुमार की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहायक मत्स्य पदाधिकारी शेखपुरा द्वारा अपने संबोधन में इस अभियान की आवश्यकता, उपलब्धि आदि के संदर्भ में बारे में जानकारी दी गई। इस अभियान के तहत जुड़े 15 विभागों के बीच समन्वय से पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण, आहर पैन का जीर्णोद्धार, वर्षा जल संचयन हेतु सोख्ता का निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा आदि के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। जल-जीवन-हरियाली अभियान मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे अन्य राज्यों एवं केंद्र ने भी अपनाया है और यह हमलोगों के लिए गौरव की बात है। इसके साथ ही सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत किए जा रहे कार्य का भी वर्णन किया गया।

डीडीसी ने कहा: विगत वर्षों के प्रयासों से मिले है सकारात्मक परिणाम 

वहीं, डीडीसी द्वारा सभी संबंधित विभागों के द्वारा किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा गया कि कोई भी अभियान तब तक सफल नहीं हो सकता, जब तक कि सरकार के साथ-साथ आम लोगों की व्यापक भागीदारी अभियान में न हो। यद्यपि विगत वर्षों के प्रयासों का हमें सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त हुए है। आज हमारे राज्य/जिला के भूजल-स्तर में सुधार हुआ है। इसमें व्यापक सफलता के लिए आम लोगों तक पहुँच बनाने की जरूरत है। विभिन्न प्रचार माध्यमों से भी इसे संभव किया जा रहा है। जिला स्तर पर सोशल मीडिया का सहारा लेकर इस जन आंदोलन का रूप दिया जा रहा है। उन्होंने सभी जिला वासियों से जिले के सोशल मीडिया से जुड़ने की अपील भी की। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई विभाग, नगर कार्यपालक पदाधिकारी बरबीघा और शेखपुरा, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी सहित सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारीगण एवं कर्मी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *