इस बार भी नगर परिषद कारस्तानी के कारण बंगाली पर मोहल्ला झील में तब्दील हो जाएगा। वजह यह है कि ठीकेदार ने सड़क से तीन फीट ऊंची नाला बना लिया है। नाला ऊंची बना देने के कारण जहां कई घर नीचे हो गए है वहीं, कई गलियों का रास्ता भी कट गया है। जिससे लोगों को आवागमन में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इधर, मामूली बारिश होने की वजह से बंगाली पर मोहल्ला जानेवाली रास्ता कीचड़मय हो गया। जिस वजह कोचिंग संस्थानों में शिक्षण ग्रहण आए छात्र-छात्राओं को काफी फ़ज़ीहत झेलनी पड़ी। वहीं, स्थानीय लोगों ने नाला की ऊँचाई कम करने की मांग किया है ताकि मानसून की बारिश से बंगाली पर मोहल्ले को झील में तब्दील होने से बचाया जा सकें। किन्तु इस पर अब तक न यो जिला प्रशासन संज्ञान लिया है और न नगर प्रशासन। यदि इस दिशा में जल्द ही कोई एक्शन नही लिया गया तो निश्चित तौर पर बंगाली पर मोहल्ले बारिश के पानी मे डूबेगी।
शेखपुरा नगर परिषद के बंगाली पर मोहल्ले के वार्ड संख्या-18 में बनाया जा रहा नाला इन दिनों चर्चाओं में है। दरअसल, नाले का बेस सड़क और आबादी से ऊंचा बना दिया गया है। इस वजह से यहां न सिर्फ जलजमाव की समस्या पैदा हो गई है बल्कि गली व सड़क के बीचोबीच 3 फुट ऊँचा नाला रहने से लोगों को अपने वाहन निकालना भी मुश्किल हो गया है। जनविरोध के बाद भी नाले का निर्माण लगभग पूरा कर दिया गया है। नाले का निर्माण लगभग पूर्ण होने को है, मगर नाले का बेस निर्माण पर सवाल खड़े कर रहा है। नाला सड़क के साथ-साथ बनाया गया है, मगर नाले का बेस सड़क से 2 फिट तो कही 3 फिट ऊंचा है। इसकी वजह से बारिश और लोगों के घरों के नालियों का पानी सड़क पर भर रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने नाले का बेस ऊंचा रखने का विरोध किया था, मगर नगर परिषद के अधिकारी और ठेकेदार जबरन ऊंचा ही बना रहे हैं। यहाँ के लोगों को डर है कि बरसात के दिनों में सड़क तालाब का रूप ले लेंगी। मौके पर उपस्थित पूर्व फौजी अशोक प्रसाद, गिरिजा प्रसाद वर्मा, लालमणि देवी, मिना देवी आदि ने बताया कि यह नाला बिल्कुल गलत बनाया है। इसमें दिक्कत है कि यह रिहाईसी इलाका है। नाला ऊंचा रहने से गली में ना कोई साइकिल जा सकता है,ना मोटरसाइकिल जा सकता है और ना कोई ऑटो जा सकता है। उन्होंने कहा कि नाला इतना ऊंचा बना दिया गया है कि कोई बुजुर्ग व्यक्ति सड़क से इस नाला को पार कर गली में नहीं जा सकता है। यह कार्य बहुत ही गलत तरीके से और मनमाने ढंग से किया गया है। इससे बरसात के दिनों में सड़क का जमा पानी नाला में नहीं जा पाएगा और इससे यहां भीषण जलजमाव की समस्या उत्पन्न होगी। अगर सड़क ऊंचा कर दिया गया तो लोगों के घर में सड़क का पानी चला जायेगा।
ठीकेदार का अजब बयां, पानी निकासी लगा देंगे पाइप
इस मामले में नाला निर्माण करवा रहे ठेकेदार प्रवीण कुमार का अजीबोगरीब बयां आया है। उन्होंने कहा कि यदि सड़क पर पानी जमा होता है तो नाले में पाइप लगा देंगे, जिससे पानी का निकास हो जाएगा। जिससे लोगों के घरों में पानी प्रवेश भी नही करेगा। साथ ही 6 इंच सड़क का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे जलजमाव की स्थिति उत्पन्न नही होगी। बता देंगे यह योजना लगभव 20 लाख रुपये की है और जैसे तैसे ठीकेदार के द्वारा कार्य को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। जब पाइप ही देना है तो फिर नाले का फिर मतलब रह जाता है। बता दें कि नगर परिषद के अंर्तगत विभिन्न वार्डों में चल रहे योजनाओं को कायदे से जांच कराई गई तो नगर परिषद अधिकारी के साथ-साथ ठेकेदार की भी गर्दन फंस सकती है। फिलहाल इस मामले में जिलाधिकारी को पहल करने की जरूरत है ताकि बंगाली मोहल्ले झील में तब्दील न हो।