राष्ट्रव्यापी श्रमिक ट्रेड यूनियन व संयुक्त किसान संगठन के आह्वान पर आम हड़ताल के समर्थन में श्रीकृष्ण सिंह पुस्तकालय के समीप सीपीआई कार्यालय से सभी श्रमिक ट्रेड यूनियन व संयुक्त किसान संगठन के नेतृत्व में वामदलों के समर्थन से बड़ी संख्या में किसान-मजदूर, छात्र-नौजवान, महिलाएं, आशाकर्मी, रसोईया, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया, जो शेखपुरा दल्लू चौक, खांड पर, चांदनी चौक होते हुए जिला समाहरणालय गेट पर पहुंचा। प्रतिरोध मार्च में शामिल नेताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मजदूर विरोधी किसान विरोधी नीतियों पर चल रही है। कॉरपोरेट- सांप्रदायिक गठजोड़ द्वारा राष्ट्रीय परिसंपत्तियों और वित्त को चुनिंदा निजी कारपोरेट घरानों के हवाले निर्लज्जता पूर्वक किये जाने तथा भारतीय जनतंत्र की सभी संस्थाओं पर कब्जा जमाने के मौजूदा दौर में विरोधी निशाने पर है। चुनी हुई राज्य सरकारों के संवैधानिक अधिकारों पर भी प्रहार करती जा रही है। विरोधी और असहमति की आवाज का दमन कर रही है। संवैधानिक संस्थाओं के सांप्रदायीकरण का एजेंडा चल रहा है। मीडिया तथा मीडिया कर्मियों की स्वतंत्रता पर लगातार हमले कर रही है। दलित, अल्पसंख्यक, महिला, गरीब का उत्पीड़न हो रहा है। पुलिस-प्रशासन-न्यायालय से उत्पीड़ित को न्याय नहीं मिलती बल्कि उत्पीड़न करने वाले को ही पुलिस-प्रशासन का संरक्षण मिल रहा है। लोगों का कानून व्यवस्था पर से भरोसा उठते जा रहा है। आज के राष्ट्र व्यापी आंदोलन को किसान मजदूर के अलावे भी देश के छात्र, नौजवान, महिला, सांस्कृतिक संगठनों एवं अन्य अनेकों संगठनों का भी समर्थन मिला है। इस आंदोलन ने जन आंदोलन का रूप लिया। लोकसभा का आसन्न चुनाव को देखते हुए तथा केन्द्र की एनडीए सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए यह आंदोलन मील का पत्थर साबित हुआ।
प्रतिरोध मार्च में विभिन्न संगठनों सहित युवा, महिला, किसान ने लिए हिस्सा
प्रतिरोध मार्च में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य सह जिला सचिव व लघु क्रेशर उद्योग मजदूर यूनियन (AITUC) के जिला अध्यक्ष प्रभात कुमार पाण्डेय, माले जिला सचिव विजय कुमार विजय, सीपीएम जिला सचिव बीरबल शर्मा, सीपीआई सहायक जिला सचिव धर्मराज कुमार व गुलेशवर यादव, एक्टू जिला संयोजक कमलेश प्रसाद, किसान महासभा के सचिव कमलेश कुमार मानव अध्यक्ष रामकृपाल सिंह, सीपीआई नेता जिला कार्यकारिणी सदस्य शिवालक सिंह, जिला किसान नेता रामा शंकर सिंह अधिवक्ता, बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के राज्य परिषद सदस्य धूरी पासवान, एआईवाईएफ के जिला सचिव निधीश कुमार गोलू, एआईएस एफ के जिला नेता जीशान रिजवी, बीड़ी मजदूर यूनियन के जिला नेता केदार राम, सुदीन मांझी, अनिल रविदास, राजेन्द्र महतो, मंती देवी, मालती देवी, रसोईया संघ की नेत्री बेबी देवी, गीता देवी, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका कर्मचारी यूनियन के जिला अध्यक्ष इन्द्रा कुमारी, किरण कुमारी, आशा नेत्री अनीता कुमारी, सीपीएम नेता अरूण यादव, रंजीत पासवान। ज्ञात हो कि अराजपत्रित कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जिला के तमाम कर्मचारी आंदोलन और हड़ताल के समर्थन में समाहरणालय के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठे थे। उस धरना में भी शामिल होकर वामदलों के नेताओं ने समर्थन किया।
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